नालासोपारा : विरार मनपा प्रभाग समिति फ़ अंतर्गत वार्ड क्र.४२, नालासोपारा पूर्व स्थित धानिव बाग, गणेश नगर मे एक डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची घर के बाहर खेल रही थी,खेलते खेलते वह खुले गटर मे जा गिरी जिससे उसकी मौत हो गई ।
मासूम की मौत से क्षेत्रवासियों मे मनपा व स्थानीय नगरसेवक के प्रति काफ़ी आक्रोश है। बताया जा रहा है कि गणेश नगर मे बने गटर के सालों से ढक्कन टूटे फूटे पड़े हुए है,जिसके दुरुस्तीकरण के लिए स्थानीय समाजसेवक संतोष यादव द्वारा मनपा मे दिसंबर माह से ही दो से तीन बार लिखित शिकायत दी जा चुकी हैं।
किंतु मनपा अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार से क्षेत्र मे गटर के ढक्कनों का दुरुस्तीकरण नही किया गया और अंततः वही खुले गटर ने एक मासूम की जान ले ली, ऐसे मे सवाल यह उठता है कि आख़िर मनपा प्रशासन मूलभूत समस्याओं को नजर अंदाज क्यों करती है..??, यदि मनपा समय रहते ही उक्त क्षेत्र मे गटर के ढक्कनों की दुरुस्तीकरण कर दी होती तो आज नन्ही मासूम की जान नही जाती किंतु मनपा अधिकारियों को जनता की मूलभूत समस्याओं को सुनने का समय कहां है..??उन्हें तो सिर्फ जनता से शासकीय कर चाहिए..??भले ही कोई सुविधा न हो। इस हादसे को लेकर स्थानीय नगरसेवक पर भी आरोप लग रहें हैं कि जब से गणेश नगर मे गटर निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ था तब से वे नदारद थे, कभी देखने तक नही आये की क्षेत्र मे किस प्रकार से कार्य किया जा रहा है। ज्ञात हो कि उक्त क्षेत्र मे ही राशिद कम्पाउंड के पास एक बड़ा नाला है, जहां से लोगों का आवागमन होता है किंतु नाले पर पुल की व्यवस्था तक नही है, जिससे स्थानिकों को काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, बरसात के समय तो तेज बहाव के चलते लोगों के बह जाने का खतरा बना रहता है,जिसकी भी शिकायत कई बार स्थानीय नगरसेवक, तत्कालीन सभापति व मनपा मे आसीन अधिकारियों से की गई किंतु समस्या जस के तस बनी हुई है। मनपा अधिकारियों के कानों पर जूं तक नही रेंग रहा। इसके अलावा वहीं पास मे ही सुदर्शन स्कूल के सामने सकरें रास्ते से लगकर एक तालाब है, जिसका की अब तक दुरुस्तीकरण नही किया गया, समय रहते यदि उक्त तालाब व नाले का दुरुस्तीकरण नही किया गया तो फिर से कोई न कोई बड़ा हादसा हो सकता है।